भारतीय रेलवे अक्सर अपने नये प्रयोगों के लिए जाना जाता है इसी कड़ी मे भारतीय रेल के मुंबई-पुणे और मुंबई-गोवा रूट पर चलने वाले विस्टाडोम कोचो का यात्री लुफ्त उठा रहे है, जो की रेलवे द्वारा प्रकृति के नज़ारों का आनंद लेने के लिए तैयार किये गए है,
क्या है विस्टाडोम कोच:
यूरोपीय शैली में बनाए गए नए विस्टाडोम एलएचबी कोच 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं. हालांकि, फिलहाल इसकी गति 180 किमी प्रति घंटा रखी गई है. विस्टाडोम में शीशे की छत, शीशे की खिड़कियां और 180 डिग्री तक घूमने वाली सीट की सुविधा दी गई है. इस कोच में यात्रियों की सुविधा के लिए वाई-फाई-आधारित यात्री सूचना प्रणाली दी गई है. ऑवजरवेशन लाउंज में बड़ी खिड़की बनाई गई है. सुरक्षा के लिहाज से खिड़कियों को ग्लास शीट से लेमिनेट किया गया है.
इसके अलावा, विस्टाडोम कोच में एयर-स्प्रिंग सस्पेंशन की भी सुविधा है. सभी सीटों के नीचे मोबाइल को चार्ज करने के लिए प्वाइंट दिए गए हैं. प्रत्येक व्यक्ति के लिए डिजिटल डिस्प्ले और स्पीकर लगाए गए हैं, जिसकी मदद से यात्री अपने मन मुताबिक गानों का लुत्फ उठा सकते हैं या देख सकते है
3 महीने मे शुरू होने से लेकर 20 हजार यात्री अब तक विस्टाडोम कोचो का आनंद ले चुके है .