महंगाई पर आरबीआई गवर्नर की आशंकाएं!
आरबीआई गवर्नर ने मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की मीटिंग में रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है लोन की ब्याज दर तय करने वाला रेपो रेट अभी 4 परसेंट और रिवर्स रेपो रेट 3.35% ही है इसी के साथ आरबीआई ने लगातार दसवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया इससे पहले 2020 मार्च में आरबीआई ने 75 बीपीएस और 40 बीपीएस की कटौती की थी इसके बाद से रेपो रेट 4 परसेंट के ऐतिहासिक निचले स्तर पर लुढ़क गया था जिसके बाद से अभी तक आरबीआई ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
वहीं दूसरी तरफ आरबीआई गवर्नर ने खुदरा महंगाई दर सीपीआई के फाइनेंसियल ईयर 2021 22 में 5.3 परसेंट रहने का अनुमान बताया चौथे क्वार्टर में यहां 5.7 परसेंट रहेगा वही 2022-23 में सीपीआई इन्फ्लेशन 4.5 पर सेंट रहने का अनुमान लगाया गया है 2022-23के पहले क्वार्टर में महंगाई 4.9 परसेंट दूसरे क्वार्टर में 5 परसेंट तीसरे क्वार्टर में 4 परसेंट और चौथे क्वार्टर में 4.2 परसेंट रहेगी, साथ ही ई-रूपी के बारे में बताते हुए शशिकांत दास ने कहा कि ₹10 हजार की मौजूदा सीमा को बढ़ाकर ₹1 लाख प्रति वाउचर कर दिया गया है यह मूल रूप से एक डिजिटल प्रीपेड वाउचर है जो कस्टमर को उसके फोन पर s.m.s. या qr-code के रूप में मिलता है कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने ई-रुपए को लांच किया था।