जाट समुदाय बन सकते हैं भाजपा के लिए सरदर्द:अमित शाह की नीति आएगी काम
भाजपा की 45 से 50 सीटें जो पश्चिम उत्तर प्रदेश में आती है वहां पर उनके जीत का रास्ता जाटों से ही होकर गुजरता है मगर पिछले साल से लेकर इस साल तक चले 1 साल के जाट आंदोलन के कारण भाजपा को जाटों की नाराजगी का डर सता रहा है इसी डर को दूर करने के लिए अमित शाह ने 100 से ज्यादा जाट नेताओं से मुलाकात की तथा पश्चिम यूपी में उन्होंने भाजपा को ही वोट दिए जाने का उनसे समर्थन लिया और उसके बाद उन्हें आश्वासन दिया कि डबल इंजन की सरकार आपके हित में हमेशा खड़े रहेंगे।
गौरमतलब है कि जयंत चौधरी को भाजपा में आने का अमित शाह का ऑफर ठुकराए जाने के बाद से अन्य जाट नेताओं के भी भाजपा से दूरी बनाए जाने की खबर आ रही है अगर पश्चिम यूपी में भाजपा को जीतना है तो जाट नेताओं को अपने समर्थन में ही करना होगा ।
जाट नेताओं में जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी से हाथ मिला लिया है और उन्होंने 700 प्लस किसानों के घर उजाड़ ए जाने पर शोक व्यक्त करते हुए भाजपा से नाराजगी जाहिर की है वहीं अन्य जाट नेताओं ने अमित शाह को आश्वासन दिया कि 2013 और 19 के जो भी नतीजे रहे हो ‘जो राम को लाए हैं हम उनको ही लाएंगे ऐसा हम आपको आश्वस्त करते हैं ।’
अगर भाजपा को पश्चिमी यूपी में जीतना है तो वहां की 17 परसेंट की जाट आबादी को अपने पक्ष में करना होगा जो पश्चिम यूपी में उनकी 45 से 50 सीटों पर जीतने के लिए प्रबल दावेदार साबित हो सकती है ।