मुजफ्फरपुर के बाद गाय घाट की घटना ने किया बिहार को शर्मसार
गायघाट आश्रय गृह पटना बिहार की एक पीड़िता का वीडियो सामने आने के बाद 2018 में हुए मुजफ्फरपुर घटना कांड की यादें ताजा हो गई ।
महिला समाज कल्याण विभाग विभाग को पीड़िता द्वारा दिए द्वारा दिए गए एक वीडियो के बयान के मद्देनजर ने बताया कि शेल्टर होम की महिला अधीक्षक लड़कियों को खुद मजबूर करती थी वह नकली परिजन बताकर उन्हें उनके साथ भेज दिया जाता था जिसके एवज में पैसे वह खुद ऐंठती करती थी वहां पर लड़कियों को जबरदस्ती नशीला पदार्थ खिलाकर वाह सुई दवा लगाकर उनका शोषण होता था पीड़िता के मुताबिक वह कई बार इसके खिलाफ लड़ने की कोशिश की मगर कोई भी उसका साथ नहीं देता था इस वजह से मजबूरन उसने कई बार आत्महत्या का भी कदम उठाया उसने अपने गले पर गंभीर निशान भी दिखाएं जिसमें उसने ब्लेड से अपनी गर्दन की नस काटने का प्रयास किया था।
पीड़िता के मुताबिक उसने पुलिस में भी कंप्लेंट करने की कोशिश की मगर पुलिस ने उल्टा उसके ही चरित्र पर सवाल करते हैं वह मामले को संजीदा से नहीं लिया वही वीडियो पर हाईकोर्ट ने स्वता ही संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की तथा राज्य के समाज कल्याण विभाग द्वारा रिपोर्ट की सूची हाईकोर्ट के सचिव को सौंपा जाने तथा रिपोर्ट दर्ज किए जाने का आदेश दिया जिसकी सुनवाई 7 फरवरी को होनी है।
साथ ही महिला समाज कल्याण विभाग की संयुक्त बैठक भी की जाएगी जिसमें एशिया की प्रसिद्ध महिला एक्टिविस्ट अरुणिमा मीना कुमारी अश्म खां निवेदिता आदि मौजूद रहेंगी।