क्या सेमीफाइनल मे हारने के बाद हार्दिक के पारी का महत्व कम हो जाता है?
भारत सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार गया है लेकिन क्या इससे हार्दिक के पारी का महत्व कम हो जाता है? नहीं, बिल्कुल नहीं। इस खिलाड़ी ने वहां से पावर हिटिंग शुरू की, जहां सब हार मान चुके थे। वो कहते हैं ना कि जहां मैटर बड़े होते हैं, वहां हार्दिक खड़े होते हैं। जब 12वें ओवर में सूर्या आउट हुए तो भारतीय स्कोर बोर्ड पर केवल 75 रन टंगे थे। यहां से डर था कि कहीं टीम इंडिया 150 से पहले ना सिमट जाए। फिर हार्दिक ने मोर्चा संभाल लिया।
लिविंगस्टोन इस टूर्नामेंट में अब तक काफी कम रन दे रहे थे लेकिन हार्दिक के चक्कर में पड़ गए। 15वें ओवर की दूसरी गेंद ओवरपिच फ्लाइटेड डिलीवरी और डाउन द ग्राउंड ताबड़तोड़ चौका…! यह शॉट इशारा था कि आज पंड्या पावर नजर आएगी। सैम करन के 17वें ओवर की पहली गेंद आउटसाइड ऑफ और थोड़ी सी विड्थ…! ऑफसाइड स्क्वायर की दिशा में फ्लैट सिक्स।
फिर आया 18वां ओवर और हार्दिक पंड्या ने क्रिस जॉर्डन का मानो धागा खोल दिया। पहली गेंद शॉर्ट ऑफ लेंथ डिलीवरी और डीप मिडविकेट की दिशा में पुल शॉट पर ताकतवर छक्का…! दूसरी गेंद पर कुछ इंच से जॉर्डन ने यॉर्कर मिस किया और पलक झपकते ही गेंद डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग स्टैंड में..! यह हेलीकॉप्टर जैसा दिख रहा शॉट ऑफ द मैच था।
19वें ओवर की चौथी गेंद पर सैम करन ने सटीक वाइड यॉर्कर डाला। हार्दिक ने बल्ले का फेस खोला और ऑफ साइड स्क्वायर में गेंद को स्क्वीज कर दिया। स्वीपर फील्डर के पास कोई मौका नहीं था। इस शॉट के दबाव में अगली गेंद करन ने शॉर्ट पिच डाल दी। हार्दिक ने बैकफुट पर वेट ट्रांसफर किया और गेंद मिडविकेट स्टैंड में। ओवर की अंतिम गेंद पैड पर फुलर लेंथ की थी। हार्दिक ने डीप मिडविकेट की दिशा में ताकतवर शॉट खेला। बेन स्टोक्स चाह कर भी गेंद को रोक नहीं सके। इस चौके के साथ 29 गेंदों पर हार्दिक पंड्या ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया।
क्रिस जॉर्डन के अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर ऋषभ पंत ने हार्दिक पंड्या की खातिर रन आउट के तौर पर अपना विकेट कुर्बान कर दिया। अब इस कुर्बानी की कीमत तो हार्दिक पंड्या को देनी ही थी। चौथी गेंद लेंथ बॉल और लॉन्गऑन में गगनचुंबी छक्का..! पांचवी गेंद हाई फुलटॉस और डीप मिडविकेट की दिशा में एक और चौका…! अंतिम गेंद पर हार्दिक जरूर हिट विकेट हो गए लेकिन उन्होंने अपना काम कर दिया था। 33 गेंदों पर 4 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 163 रन…! 190 का तूफानी स्ट्राइक रेट।
आलोचक कह रहे थे कि हार्दिक इस पूरे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ चलने के अलावा बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं। सेमीफाइनल में धमाकेदार बल्लेबाजी करके पंड्या ने साबित कर दिया कि जहां मैटर बड़े होते हैं, वहां हार्दिक खड़े होते हैं। यह पारी हार और जीत से परे है क्योंकि इसने हमें मैच में मौका दिया। वो अलग बात है कि खराब गेंदबाजी ने लुटिया डुबा दिया।