देश भर में मनाया जा रहा धूम धाम से बसंत पंचमी का त्यौहार:मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएं!
आज के दिन बसंत पंचमी का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है , जिस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने समस्त देशवासियों प्रदेशवासियों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
बसंत पंचमी का अर्थ वसंत का आगमन होता है जिसके तैयारी हम मां सरस्वती की पूजा से देखते हैं जैसे कि मां सरस्वती को हम परिवर्तन का स्वरूप मानते हैं मां सरस्वती ने जब यह सृष्टि की रचना की थी उन्होंने अपने ज्ञान संगीत और ध्यान शिक्षा से पूरे विश्व की संरचना की इस पैसे से पूरी धरती पर बसंती घटा छा गए इसलिए इसे हम आज मां सरस्वती के त्योहार के रूप में मनाते हैं ।
बसंत पंचमी को सरस्वती का पता प्रज्ञा का त्योहार कहा जाता है कि बिना विद्या और ज्ञान के मनुष्य पशु होता है हमारे ऋषि-मुनियों के अनुसार उत्तम ग्रंथों के स्वाध्याय सत्संग और ज्ञान उपार्जन के बिना विवेक की अनुभूति नहीं होती अतः यदि मनुष्य को पशुओं से ऊपर उठकर अपने स्टेटस पर प्रमाण देने से अपने भीतर कर्तव्य कर्तव्य सत्य सत्य न्याय अन्याय जैसे गुणों का विकास करना होगा अन्यथा और पशुओं में कोई अंतर नहीं होगा जिस तरह से बसंत के दिन का आरंभ होता है उसी तरह हमारे जीवन में परिवर्तन होना चाहिए बसंत पंचमी के दिन लोग पीले नए कपड़े पहनते हैं जो उज्जवल जीवन का प्रतीक है इससे शोभा और समृद्धि के लिए विचार करता है उसी प्रकार से बनता है। इसलिए इस दिन हम ज्ञान उपार्जन के माध्यम से अपने जीवन की मलिनता निरंतर दूर करने का प्रयास करते हैं।
बसंत पंचमी के दिन पीले फूल आते हैं जिनका अभिप्राय होता है हमारा जीवन भी पीले फूलों जैसा उज्जवल और आदर्श होना चाहिए जिस प्रकार फूल खिलता है संसार को सुगंध देता है किसी से कुछ नहीं मांगता है उसी प्रकार मनुष्य को अपना स्वभाव बनाए रखना चाहिए जब तक कि मनुष्य विद्वान महापुरुषों की तरह हंसते हंसते संसार विद्यालय त्याग दे।