सीएम अरविंद केजरीवाल और डीवाईसीएम मनीष सिसोदिया ने आज परोपकारी और अभिनेता सोनू सूद से मुलाकात कर नई ‘देश के मेंटर्स’ पहल पर चर्चा की, जिसे दिल्ली सरकार लॉन्च करने के लिए तैयार है।
यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों को एक मेंटर खोजने में मदद करेगा जो उनकी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करता है। कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए साइन अप करने वाले मेंटर्स द्वारा बच्चों को उनके करियर से संबंधित सवालों के जवाब मिलेंगे।
दिल्ली सरकार को सोनू सूद के रूप में देश का मेंटर मिल गया है, जो की कार्यक्रम के ब्रांड एंबेसडर बनने के लिए सहमत हो गए है। देश के मेंटर पहल के चेहरे के रूप में, सोनू सूद ने देश भर के नागरिकों से अपील की है कि वे आगे बढ़ें और बच्चों की शिक्षा का समर्थन करें और देश को एक उज्जवल कल की ओर ले जाएं।
कोविड -19 महामारी के दौरान, सोनू सूद ने उन सभी की मदद करने के लिए आगे कदम बढ़ाया जो उनके पास पहुंचे और उनके मानवीय कार्यों के लिए व्यापक रूप से पहचाने गए। उनका सूद चैरिटी फाउंडेशन हजारों योग्य छात्रों को उनके शैक्षिक और व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर रहा है, चाहे वह वित्तीय सहायता के माध्यम से हो या छात्रों को पेशेवर करियर के लिए तैयार करने के अपने प्रयासों के माध्यम से।उनकी निरंतर स्कूली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए, फाउंडेशन ने उन बच्चों को वित्तीय सहायता को भी प्राथमिकता दी है, जिन्होंने घातक महामारी के कारण माता-पिता / अभिभावक को खो दिया है।
शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली सरकार के काम की प्रशंसा करते हुए सूद ने कहा, “मैं पिछले एक साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हुए बदलाव से प्रभावित हूं। सभी बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, चाहे वह अमीर हो या गरीब, देश के उज्जवल भविष्य की कुंजी है। हमें एक साथ आने और राष्ट्र निर्माण के लिए अपने हिस्से का काम करने की जरूरत है। मैं भारत के युवाओं से देश के मेंटर्स का हिस्सा बनने का आग्रह करता हूं।”
सोनू सूद बच्चों की शिक्षा के प्रति उत्साही हैं और “हर हाथ में किताब” में विश्वास करते हैं। अभिनेता के साथ उनके दोस्त करण गिल्होत्रा, परोपकारी और प्लाक्षा विश्वविद्यालय के संस्थापक भी थे।
देश के मेंटर पहल एक ऐसा कार्यक्रम है जहां मेंटर्स छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए हर हफ्ते 10 मिनट का समय निकालेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कहा, ‘हमने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बदलने के लिए बहुत मेहनत की है।
अब हम शिक्षा को जन क्रांति बनाना चाहते हैं। जब देश भर के युवा हमारी शिक्षा क्रांति में शामिल होंगे, तो भारत को वैश्विक नेता बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। हमें सोनू सूद के साथ जुड़कर खुशी हो रही है, जिन्होंने देश भर में अपनी निस्वार्थ सेवाओं से देश भर के लाखों युवाओं को प्रेरित किया है।”